इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर पर बावड़ी की छत धंसने से 25 से अधिक लोग बावड़ी में गिर गए। बावड़ी में गिरे लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। हादसे के बाद भी काफी देर तक मौके पर फायर बिग्रेड, एम्बुलेंस और 108 गाड़ियां नहीं पहुंची। कुछ लोगों को जैसे-तैसे बाहर निकाला गया। गिरने वाले लोगों के परिजन बदहवास हैं। अब तक 10 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। उन्हें प्राथमिक इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया। इस घटना में इंदौर कलेक्टर ने 8 लोगों की मौत की पुष्टि की है। इसी बीच इंदौर पुलिस अधिकारी के अनुसार 19 लोगों को बचाया गया है।

पीएम मोदी ने हादसे पर जताया दुख

हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की और स्थिति का जाजया लिया। राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य में तेजी से आगे बढ़ रही है। मेरी प्रार्थना उन सभी पीड़ित और उनके परिवारों के साथ है।”

यूपी के सीएम योगी ने जताया शोक

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘मध्य प्रदेश के इंदौर में हुई दुर्घटना अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिजनों के साथ हैं।प्रभु श्री राम से सबकी कुशलता के साथ घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना है।

बावड़ी की छत पर बैठे थे लोग

पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने सूचना के तुरंत बाद रेस्क्यू शुरू कर दिया। बावड़ी के अंदर कितना पानी है, ये अभी स्पष्ट नहीं किया गया है। जानकारी के मुताबिक, स्नेह नगर के पास पटेल नगर में मंदिर में रामनवमी पर हवन चल रहा था। यहां लोग बावड़ी की छत पर बैठे हुए थे। इसी दौरान छत धंस गई।

सीएम ने घटना का लिया संज्ञान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बावड़ी में कुछ श्रद्धालुओं के फंसे होने की घटना का संज्ञान लिया है। सीएम शिवराज ने इंदौर के कलेक्टर और कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय, इंदौर जिला प्रशासन से निरंतर संपर्क में है। इंदौर पुलिस के आला अधिकारी, जिला प्रशासन के आला अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। श्रद्धालुओं को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।

वजन ज्यादा होने से लोग नीचे गिरे

मंदिर तकरीबन 60 वर्ष पुराना बताया जा रहा है। बावड़ी भी इसी समय की बताई जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बावड़ी के ऊपर बनी छत पर 20 से 25 लोग हवन कर रहे थे। वजन ज्यादा होने के चलते लोग नीचे गिरे।