देहरादून। प्रसिद्ध जनसेवी एवं वार्ड संख्या 18 इंदिरा कॉलोनी, चुक्खुवाला के पूर्व नगर निगम पार्षद अजय सोनकर ऊर्फ घोंचू भाई ने जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव के कारण आई आपदा पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि प्रभावितों का तत्काल पुनर्वास सुनिश्चित करने के साथ ही इस ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल जोशीमठ नगर को बचाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।

जनसेवी अजय सोनकर ने कहा कि जोशीमठ की वर्तमान स्थिति की तस्वीरें काफी भयभीत करने वाली हैं। उन्होंने जानमाल एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए सुझाव देते हुए कहा कि जोशीमठ क्षेत्र में बड़े निर्माण कार्य एवं सुरंग खोदने का काम तुरंत बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में चार सौ से अधिक भू-धंसाव वाले क्षेत्र हैं। इनका भी सर्वे कर प्रभावितों को हर सभव मदद दी जाए।

पूर्व पार्षद अजय सोनकर ने कहा कि जोशीमठ हिमालय क्षेत्र का द्वार होने के साथ ही भगवान बदरीनाथ की प्रवेश सीमा का महत्वपूर्ण धार्मिक नगर है। यहां की धार्मिक सनातनी संस्कृति विश्वस्तर पर विख्यात है। स्थानीय निवासियों की समस्याओं व जोशीमठ शहर में भू-धंसाव के समाधान को लेकर सरकार को युद्धस्तर पर कार्य करने होंगे, जिससे पर्यटन प्रदेश की छवि को नुकसान होने से बचाया जा सके। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से प्रभावितों की सहायता के लिए आगे आने की अपील की है।

अजय सोनकर ने उत्तराखण्ड के सभी सक्षम लोगों से आपदा प्रभावितों की मदद के लिए हाथ बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम सभी प्रदेश वासियों को आपदा की इस घड़ी में प्रभावितों की सहायता हेतु मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि आपदा पीड़ितों को राहत पंहुचाने के लिए कोई कसर बाकी ना छोड़ी जाए।