Diabetes : फल और सब्जियां खाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है लेकिन डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान और डाइट पर विशेष ध्यान देना होता है। इस बीमारी के मरीज कोई भी फल या सब्जी नहीं खा सकते हैं। यह बीमारी शरीर में शर्करा स्तर बढ़ने और इंसुलिन नहीं निकलने की वजह से होती है। डायबिटीज के मरीजों को मीठा खाने की मनाही होती है। इसके लिए कुछ लोग फल खाने से भी परहेज करते हैं। कुछ फलों में फाइबर प्बहुत ज़्यादा मात्रा में पाई जाती है। फाइबर ब्लड शुगर स्तर को बढ़ने से रोकता है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं, तो इन फलों का सेवन जरूर करें।

क्या है ग्लाइसेमिक इंडेक्स? 

डॉक्टर्स डायबिटीज के मरीजों को वही चीज़ खाने के लिए कहते हैं, जिसमे ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो। ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड शुगर के स्तर पर खाने के प्रभाव को मापता है। जिन खाने की चीजों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स स्कोर 55 के नीचे हो उन्हें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स माना जाता है। वहीं जिनका स्तर 70 के ऊपर हो उसे हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स माना जाता है।

संतरा खाएं 

संतरा में विटामिन-सी पाया जाता है। इसके अलावा संतरे में साइट्रिक एसिड और फाइबर भी पाया जाता है। फाइबर शुगर कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाता है। इसके लिए संतरे का सेवन जरूर करें। आप चाहे तो संतरे के जूस का सेवन कर सकते हैं।

सेब खाएं 

वैसे तो सेब खाने के कई फायदे हैं। सेब में बहुत प्रोटीन पाया जाता है। इस फल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स मापने की वह प्रक्रिया है, जिससे यह पता चलता है कि कार्बोहाइड्रेट से कितने समय में ग्लूकोज बनता है। साथ ही सेब को सिर्फ डाइबिटिक पेशेंट ही नहीं, बल्कि दूसरे रोग से पीड़ित मरीज भी खा सकते हैं।

नाशपाती है बेहद फायदेमंद

डायबिटीज में नाशपाती बेहद फायदेमंद है। इसका भी ग्लाइसेमिक इंडेक्स स्कोर 38 है। इन्हें छिलकों के साथ खाना बेहद फायदेमंद माना जाता है।

खजूर

अगर आप खजूर खाना चाहते हैं तो आसानी से खा सकते हैं। इसमें भी ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसलिए डायबिटीज के मरीज खजूर का सेवन कर सकते हैं।

अंगूर

अंगूर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स स्कोर 53 है और यह हेल्दी फाइबर प्रदान करता है। अंगूर विटामिन B-6 का भी बेहतरीन स्रोत है, इसलिए इस फल को डायबिटीज के मरीज खा सकते हैं।

नट्स का करें सेवन:

फलों के अलावा डायबिटीज के पेशेंट नट्स का सेवन भी बेझिझक होकर कर सकते हैं। ये फाइबर, प्रोटीन, फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट का प्रमुख स्रोत हैं, जिनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होते हैं। यह सेहत के लिए भी लाभदायक होता है।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)

स्रोत- डब्ल्यू टी