श्रीनगर। सोमवार सुबह-सुबह भारतीय सीमा में घुसपैठ करते एक पाकिस्तानी आतंकी को BSF के जवानों ने मौके पर ही ढेर कर दिया। जवानों के मुताबिक सुबह तड़के बीएसएफ की बटालियन ने आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तानी सीमा पर कुछ संदिग्ध देखा। इसके बाद जवानों ने उस पर नज़र रखी और जैसे ही पाकिस्तानी सीमा से घुसपैठिए ने भारतीय सीमा में कदम रखा, वैसे ही बीएसएफ जवानों ने उसे ढेर कर दिया।

डोडा जिले से एक आतंकवादी गिरफ्तार

वहीं जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले से एक आतंकवादी गिरफ्तार हुआ है। उसके पास से भारी मात्रा में पुलिस को हथियार, गोला-बारूद बरामद हुए हैं। गोपनीय सूचना मिलने के बाद डोडा पुलिस ने सुरक्षा बलों के साथ कोटी डोडा निवासी गुलाम हसन के पुत्र फरीद अहमद को गिरफ्तार कर लिया। संयुक्त टीम को उसके पास से 1 चीनी पिस्तौल, 2 मैगजीन, 14 जिंदा कारतूस और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है।

शहर के बाहरी इलाके से आतंकवादी पकड़ा गया

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस और सुरक्षा बलों के संयुक्त तलाश दल ने डोडा शहर के बाहरी इलाके से आतंकवादी को पकड़ा। उन्होंने बताया कि अमरनाथ यात्रा से पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के तौर पर डोडा थाना के पुलिस दल डोडा टाउन के बाहरी इलाके में जांच-पड़ताल कर रहे थे इस दौरान पुलिस को इसकी सूचना मिली, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।

डोडा पुलिस पर हमला करने वाला था आतंकी

पुलिस के मुताबिक विशेष टीम मामले की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि यह आतंकी बेहद कट्टर था। उन्होंने यह भी बताया कि पकड़ा गया आतंकवादी फरीद अहमद मार्च 2022 के महीने में एक संदिग्ध से हथियार और गोला बारूद लिया था। फरीद अहमद को डोडा पुलिस पर हमला करने का काम सौंपा गया था। इसकी सूचना मिलते ही डोडा पुलिस अलर्ट हो गई और उसने सुरक्षा बल के साथ मिलकर फरीद को गिरफ्तार कर लिया।

इस साल 114 से अधिक आतंकी मारे गए

बता दें, दो साल बाद शुरू हो रहे अमरनाथ यात्रा को लेकर आतंकी संगठनों ने धमकियां दी हैं, जिसको देखते हुए सुरक्षा बल काफी सतर्क हैं। 30 जून को यात्रा की शुरुआत होनी है। पिछले 20-25 दिनों में सुरक्षाबलों ने 24 से अधिक आतंकियों को मार गिराया है। वहीं इस साल अब तक 114 से अधिक आतंकी मुठभेड़ में ढेर किए जा चुके हैं, जिसमें से 32 विदेशी आतंकी थे। दरअसल सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑलआउट चलाया था, जिसके बाद से आतंकियों को सिर छिपाने की भी जगह नहीं मिल रही है और वह ढूंढ-ढूंढकर या तो मारे जा रहे हैं, या फिर खुद ही सरेंडर कर दे रहे हैं।

स्रोत- डब्ल्यू टी