देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के सहसपुर क्षेत्र में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का संयुक्त चिकित्सालय के रूप में उच्चीकरण न होने के विरोध में क्षेत्रवासियों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रांगण में धरना दिया एवँ एक दिवसीय उपवास रखा।

सहसपुर क्षेत्र के प्रसिद्ध समाजसेवी एवँ वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चन्द्र आज़ाद के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवँ दर्जनों क्षेत्रवासियों ने सहसपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर एकत्र होकर धरना दिया व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का संयुक्त चिकित्सालय के रूप में उच्चीकरण न होने के विरोध में एक दिवसीय उपवास रखा।

इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय विधायक एवँ उत्तराखंड सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। क्षेत्रवासियों की मांग है कि सरकार द्वारा शीघ्र अति शीघ्र सहसपुर क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का संयुक्त चिकित्सालय के रूप में उच्चीकरण किया जाए।

धरना प्रदर्शन के दौरान अपना रोष प्रकट करते हुए स्थानीय निवासी एवँ वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चन्द्र आज़ाद ने कहा कि सहसपुर क्षेत्र वासियों ने पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के कार्यकाल के दौरान सहसपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में उच्चीकरण कराने की घोषणा तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा करवाई थी, जो समय पर बनकर तैयार हो गई थी।

उन्होंने कहा कि सहसपुर क्षेत्र में बढ़ती आबादी, सड़क हादसों एवँ स्थानीय लोगों की आवश्यकताओं के मद्देनजर वर्ष 2015 में क्षेत्रवासियों ने महसूस किया कि इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उच्चीकरण संयुक्त चिकित्सालय के रूप में होना चाहिए। जिससे आपातकालीन स्थिति में स्थानीय लोगों को सही समय पर समुचित उपचार मिल सके।

कांग्रेस नेता रमेश चन्द्र आज़ाद ने कहा कि वर्ष 2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सहसपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उच्चीकरण संयुक्त चिकित्सालय के रूप में किये जाने की घोषणा की थी। इसको लेकर 16 अक्टूबर 2016 को मुख्यमंत्री कार्यालय से आदेश भी जारी हो गए थे, किंतु 2017 में उत्तराखंड में भाजपा की सरकार बनने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत के आदेश हवा कर दिये गए और उच्चीकरण का मामला तब से लेकर अबतक अधर में लटका हुआ है।

रमेश चन्द्र आज़ाद ने क्षेत्रवासियों की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि ये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहसपुर कंडी क्षेत्र के 20-25 गाँव का केंद्र बिंदु है किंतु यहाँ स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। आईसीयू और ऑक्सीजन सिलेंडर आदि न होने की वजह से मरीजों को यहाँ से कहीं और रैफर कर दिया जाता है।

उन्होंने कहा की कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर और इस वायरस के नए वैरियंट ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का संयुक्त चिकित्सालय के रूप में उच्चीकरण किया जाना और भी अनिवार्य हो गया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार उनकी माँग नहीं मानेगी तो क्षेत्र के समस्त कांग्रेस कार्यकर्ता एवँ स्थानीय निवासीगण सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन करेंगे।

इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चन्द्र आज़ाद के अलावा युवा कांग्रेस के नेता आकाश आज़ाद, मनोज कुमार रावत, शेर सिंह, सुरेश कुमार, अमित कुमार, अमर सिंह, नितेश, आदेश राणा एवँ जनक सिंह पंवार समेत दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता व क्षेत्रवासी मौजूद रहे।